नई दिल्ली:
देश में जारी खराब गुणवत्ता वाले मक्का संकट के मद्देनज़र, ऑल इंडिया पोल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन ने मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह को पत्र लिखकर एफसीआई द्वारा इथेनॉल उत्पादन के लिए आरक्षित 20 लाख मीट्रिक टन चावल को पोल्ट्री उद्योग को देने की मांग की है।
एसोसिएशन ने पत्र में कहा है कि देश के कई मक्का उत्पादक क्षेत्रों में भारी वर्षा के कारण बाजार में उपलब्ध मक्का की गुणवत्ता काफी खराब हो गई है। यह मक्का टॉक्सिन से प्रभावित है और पोल्ट्री फीड के लिए अनुपयुक्त है। इस कारणवश देशभर के पोल्ट्री किसान और इंटीग्रेटर्स को गंभीर संकट का सामना करना पड़ रहा है।
वर्तमान में बाजार में केवल एथेनॉल और स्टार्च प्रोसेसिंग के लिए उपयुक्त मक्का ही उपलब्ध है, जिसकी कीमत ₹22 से ₹25 प्रति किलो तक पहुँच चुकी है। ऐसे में पोल्ट्री फीड में मक्का के विकल्प के रूप में एफसीआई का चावल एक अस्थायी लेकिन महत्वपूर्ण विकल्प साबित हो सकता है।
एसोसिएशन के चेयरमैन बहादुर अली ने इस मुद्दे पर माननीय मंत्री से त्वरित हस्तक्षेप की अपील की है, ताकि पोल्ट्री उत्पादन और किसानों की भलाई सुनिश्चित की जा सके।
पत्र में कहा गया है कि यह चावल संकट के समय पोल्ट्री फीड के लिए मक्का का विकल्प बनकर पूरे क्षेत्र को स्थिर करने में मदद करेगा।
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