तणुकु (आंध्र प्रदेश):
आंध्र प्रदेश का पोल्ट्री उद्योग इस समय कई गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। इन्हीं मुद्दों को ध्यान में रखते हुए 10 जून को तणुकु में एक तकनीकी सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। यह सेमिनार गोदावरी पोल्ट्री फार्मर्स वेलफेयर एसोसिएशन की इमारत में आयोजित होगा, जिसमें लगभग 300 पोल्ट्री उद्योग से जुड़े लोग भाग लेंगे।
इस सेमिनार का उद्देश्य उद्योग में आ रही विभिन्न समस्याओं पर चर्चा करना और उनके समाधान सुझाना है। इस दौरान कई उद्योग विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे और तकनीकी सुझाव देंगे।
मुख्य मुद्दे जो सेमिनार में उठाए जाएंगे:
1. फीड कीमतों में अस्थिरता और उपलब्धता: पोल्ट्री फार्मर्स को लगातार फीड की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उत्पादन लागत पर असर पड़ रहा है।
2. आंत स्वास्थ्य, एचपीएआई वैक्सीन और रोगों की पुनरावृत्ति: बर्ड फ्लू जैसे रोगों की रोकथाम, आंतों की सेहत और बार-बार होने वाली बीमारियों से कैसे निपटा जाए, इस पर विशेषज्ञ जानकारी देंगे।
3. गर्मी में पोल्ट्री प्रबंधन: बढ़ते तापमान में मुर्गियों की देखभाल और उत्पादन में गिरावट से बचने के लिए उपयुक्त रणनीतियों पर चर्चा होगी।
4. अत्यधिक उत्पादन और बाजार में अस्थिरता: उत्पादन और मांग के असंतुलन से निपटने के लिए संतुलित वृद्धि के उपाय सुझाए जाएंगे।
5. अपशिष्ट प्रबंधन और मृत पक्षियों का निपटान: फार्म पर मृत पक्षियों और अन्य जैविक कचरे के सुरक्षित और स्वच्छ प्रबंधन के उपायों पर चर्चा होगी।
6. सरकारी नीतियां और उनका समर्थन: उद्योग को किस प्रकार की सरकारी नीतियों और सहयोग की आवश्यकता है, इस विषय पर भी चर्चा की जाएगी।
यह सेमिनार इंडियन पोल्ट्री जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (IPJA) और श्री एम. के. व्यास के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है। इच्छुक प्रतिभागी और प्रायोजक आयोजन समिति से संपर्क कर सकते हैं।
0 Comments