भारत के अंडा और पोल्ट्री व्यापारियों के लिए अच्छी खरब है. संयुक्त अरब आमिरात (UAE) ने भारत से अंडे और अन्य मुर्गी उत्पादों के आयात पर से रोक हटा ली है. नए साल पर जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएई के दौरे पर रवाना होने वाले हैं,
उससे पहले इस देश ने यह बड़ा कदम उठाया है. कहा जा रहा है कि नई दिल्ली ने यूएई को इस बात का भरोसा दिलाया है कि ‘वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ’ के निर्धारित सभी तरह के बायोसेफ्टी नियमों का पालन किया जाएगा.
इससे बर्ड फ्लू आदि से फैलने वाले संक्रमण का कोई खतरा नही रहेगा. इसके बाद यूएई ने भारत से अंडे और पोल्ट्री उत्पादों के आयात को शुरू करने का ऐलान किया है.
इस खबर की जानकारी रखने वाले कुछ अधिकारियों ने economictimes.indiatimes.com को बताया कि भारत अब टेबल अंडे, हैचिंग एग्स और चूजे की सप्लाई यूएई को कर सकेगा. भारत से यह निर्यात तमिलनाडु की दो कंपनियों से किया जाएगा.
पिछले 5 साल से भारत से पोल्ट्री का निर्यात बंद है. इसके पीछ बर्ड फ्लू को कारण बताया गया था. यूएई के साथ भारत एक व्यापारिक संधि कर रहा है जिसके अंतर्गत अंडे और पोल्ट्री उत्पादों को वहां बेचने की अनुमति मांगी गई है.
निर्यात की बात करें तो अमेरिका पहले स्थान पर, तो दूसरे स्थान पर यूएई है जहां भारत अपने माल का सबसे अधिक निर्यात करता है.
इससे बर्ड फ्लू आदि से फैलने वाले संक्रमण का कोई खतरा नही रहेगा. इसके बाद यूएई ने भारत से अंडे और पोल्ट्री उत्पादों के आयात को शुरू करने का ऐलान किया है.
इस खबर की जानकारी रखने वाले कुछ अधिकारियों ने economictimes.indiatimes.com को बताया कि भारत अब टेबल अंडे, हैचिंग एग्स और चूजे की सप्लाई यूएई को कर सकेगा. भारत से यह निर्यात तमिलनाडु की दो कंपनियों से किया जाएगा.
पिछले 5 साल से भारत से पोल्ट्री का निर्यात बंद है. इसके पीछ बर्ड फ्लू को कारण बताया गया था. यूएई के साथ भारत एक व्यापारिक संधि कर रहा है जिसके अंतर्गत अंडे और पोल्ट्री उत्पादों को वहां बेचने की अनुमति मांगी गई है.
किन चीजों का बढ़ेगा निर्यात
भारत और यूएई के बीच हुई संधि से कई उत्पादों का निर्यात बढ़ने की संभावना है. अंडे और पोल्ट्री उन 1100 उत्पादों में शामिल हैं जिनका बाजार यूएई में बढ़ने की संभावना है. बाकी उत्पादों में वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, रेफ्रीजरेटर, मसाले, तंबाकू, सूती के धागे, तैयार कपड़े और चमड़े शामिल हैं.
दूसरी ओर यूएई अपने कुछ उत्पाद जैसे कि खजूर, मिठाई और चीनी आधारित प्रोडक्ट के लिए भारत से छूट चाहता है .यूएई, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है और वित्त वर्ष 2020 में दोनों देशों के व्यापार में 60 अरब डॉलर का धंधा किया गया था.पीएम मोदी का यूएई दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए साल पर जनवरी में यूएई जाने वाले हैं. वहां इंडिया-यूएई कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप एग्रीमेट (CEPA) का ऐलान हो सकता है. भारत की तरफ से किसी भी खाड़ी देश के साथ ऐसी पहली संधि होगी.
एक अधिकारी के मुताबिक, माल के आयात-निर्यात के अलावा भी कई तरह के फायदे होंगे जिनमें रणनीतिक साझीदारी सबसे अहम है. इससे निवेश और सेवाओं में बड़े स्तर पर फायदा मिलेगा. प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के बाद इससे जुड़ी नीतियों में कई तरह की तब्दीली और नयापन देखने को मिल सकता है.
सोर्स =:टीव्ही9 Hindi
1 Comments
When chicken and eggs are going export,is happiest news to all farmers india.
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